Mother’s Day 2022: मदर्स डे कब है, इतिहास, महत्त्व, शायरी, गाने

माँ इस दुनिया की एकमात्र वो हस्ती है, जो निस्वार्थ आपसे प्रेम करती है। जन्म देने से लेकर माँ तमाम उम्र हमारी हमसफर रहती है। माँ त्याग और समर्पण की जीती जागती मूरत है, इसलिए माँ को भगवान का दर्जा दिया गया है।

वो अपनी ख़ुशी के लिए कभी नहीं जीती वो बस अपने बच्चो के लिए अपना पूरा जीवन निस्वार्थ प्रेम करते हुए बिताती है। वो हमारे कहने से पहले ही सब समझ जाती है, शायद इसका यह कारण है कि जन्म से पहले हमारी नाभि 9 महीने उसकी कोख से जुडी रहती है।

मदर्स डे कब मनाया जाता है?

मदर्स डे प्रतिवर्ष मई के दुसरे रविवार को मनाया जाता है ।

2022 में कब है मदर्स डे?

मदर्स डे 8 मई 2022 रविवार को मनाया जा रहा है।

सबसे पहले मदर्स डे किसने मनाया और कहाँ?

ऐसा माना जाता है कि मदर्स डे मनाने की शुरुआत एक अमेरिकी सोशल एक्टिविस्ट अन्ना जार्विस ने की, अन्ना जार्विस अपने माँ से बहुत प्यार करती थी उन्होंने कभी शादी नहीं की और अपना पूरा जीवन माँ के साथ उनकी सेवा करते हुए बिताया।

अपनी माँ के इस दुनिया से चले जाने के बाद सन 1912 में अन्ना जार्विस ने अपनी माँ से प्यार जताने के लिए “सेंकंड डे इन मे” में मदर्स डे मनाने की शुरुआत की, तभी से हर साल मई माह के दुसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाने लगा।

मदर्स डे का पुराना इतिहास।

मदर्स डे का प्राचीन इतिहास के अनुसार दावा किया जाता है कि मातृ पूजा का रिवाज़ ग्रीस से उत्पन्न हुआ। जो ग्रीक देवताओं की मां थीं उनके सम्मान में ही मातृ दिवस मनाने का चलन था यह त्यौहार एशिया माइनर (यह तुर्की में स्थित है।) के आस-पास और रोम में भी (15 मार्च) से 18 मार्च तक मनाया जाता था।

मदर्स डे अन्य देशों में कब मनाया जाता है?

  • कई देशों में मदर्स डे 8 मार्च को मनाया जाता है जैसे- अल्बानिया, आर्मीनिया, आज़रबाइजान, बेलोरूस, बोस्निया और हर्जेगोविना, बुल्गारिया, बुस्र्न्दी, बुर्किना फासो, कजाखस्तान, कोसोवो, लाओस, मोलदोवा, मोंटेनेग्रो, उत्तर मैसेडोनिया, रूस, सर्बिया, तजाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, वियतनाम।
  • नॉर्वे में फ़रवरी के दुसरे रविवार को मनाया जाता है ।
  • ग्वेर्नसे, आयरलैंड, मैन द्वीप, जर्सी, नाइजीरिया, यूनाइटेड किंगडम में लेंट में चोथे रविवार को मनाया जाता है ।
  • 30 मई को निकारागुआ में मनाया जाता है ।
  • 1 जून को मंगोलिया (बाल दिवस के साथ) में मनाया जाता है ।
  • जून का दूसरा रविवार लक्समबर्ग में मनाया जाता है ।
  • 14 जून को अफ़ग़ानिस्तान में मनाया जाता है ।
  • जुलाई का पहला सोमवार दक्षिण सूडान में मनाया जाता है ।
  • 12 अगस्त को थाईलैंड (रानी सिरिकिट का जन्मदिन) में मनाया जाता है ।
  • 15 अगस्त (मैरी की मान्यता) एंट्वर्प, बेल्जियम, कोस्टा रिका में मनाया जाता है ।
  • 14 अक्टूबर बेलारूस (1996 से) में मनाया जाता है ।
  • 15 अक्टूबर मलावी (15 अक्टूबर या कार्य दिवस के बाद मनाया गया) में मनाया जाता है ।

कौन से देश मदर्स डे मई माह के दुसरे रविवार को मानते हैं?

भारत की तरह प्रतिवर्ष मई माह के दुसरे रविवार को अन्य देश –

एंगुइला, अण्टीगुआ और बारबूडा, अरूबा, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, बहामा, बांग्लादेश, बारबाडोस, बेल्जियम, बेलीज़, बरमूडा, भूटान, बोनेयर, बोत्सवाना, ब्राज़िल, ब्रुनेई, कनाडा, कंबोडिया, केमैन आइसलैंड, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक,चिली,चीन, कोलंबिया, कांगो, डेम रिप, कांगो रिप, कोटे डीआइवर, क्रोएशिया, क्यूबा,, कुराकाओ, साइप्रस, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, डोमिनिका, इक्वेडोर, एक़ुअस्तोरिअल गिनी, एस्तो ग्रीनलैंड, ग्रेनेडा, गुयाना, होंडुरस, हॉगकॉग, आइसलैंड, इटली, जमैका, जापान, केन्या, लातविया, लाइबेरिया, लिकटेंस्टाइन, मकाउ, मलेशिया, माल्टा, म्यांमार, नामिबिया, नीदरलैंड, न्यूज़ीलैंड, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, पेरू, फिलीपींस, प्यूर्टो रिको, संत, किट्ट्स और नेविस, सेंट लूसिया, संत विंसेंट और ग्रेनडीनेस, समोआ, सिंगापुर, सिंट मार्टेन, स्लोवाकिया, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम, स्विट्ज़रलैंड, ताइवान, तंजानिया, टोंगा, त्रिनिदाद और टोबैगो, टर्की, युगांडा, यूक्रेननिया, इथियोपिया, फ़ैरो द्वीप, फ़िजी, फिनलैंड, गैबॉन, गाम्बिया, जर्मनी, घाना और ग्रीस(यूनान) ।

मदर्स डे का महत्त्व-

मात् दिवस, संसार भर में अलग अलग तरीको से अलग अलग दिन में मनाया जाता है लेकिन सबके लिए इसके मायने एक ही है वो है “माँ का सम्मान”।

माँ शायरी-

चलती फिरती हुई आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
मुनव्वर राना

एक मुद्दत से मिरी माँ नहीं सोई ‘ताबिश’,
मैं ने इक बार कहा था मुझे डर लगता है।
अब्बास ताबिश

घर लौट के रोएँगे माँ बाप अकेले में,
मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में।
क़ैसर-उल जाफ़री

माँ बाप और उस्ताद सब हैं ख़ुदा की रहमत,
है रोक-टोक उन की हक़ में तुम्हारे ने’मत।
अल्ताफ़ हुसैन हाली

माँ बाप और उस्ताद सब हैं ख़ुदा की रहमत,
है रोक-टोक उन की हक़ में तुम्हारे ने’मत।
अल्ताफ़ हुसैन हाली

किताबों से निकल कर तितलियाँ ग़ज़लें सुनाती हैं,
टिफ़िन रखती है मेरी माँ तो बस्ता मुस्कुराता है।
सिराज फ़ैसल ख़ान

दूर रहती हैं सदा उन से बलाएँ साहिल,
अपने माँ बाप की जो रोज़ दुआ लेते हैं।
मोहम्मद अली साहिल

माँ गज़ल-

किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई,
मैं घर में सब से छोटा था मिरे हिस्से में माँ आई।

यहाँ से जाने वाला लौट कर कोई नहीं आया,
मैं रोता रह गया लेकिन न वापस जा के माँ आई।

अधूरे रास्ते से लौटना अच्छा नहीं होता,
बुलाने के लिए दुनिया भी आई तो कहाँ आई।

किसी को गाँव से परदेस ले जाएगी फिर शायद,
उड़ाती रेल-गाड़ी ढेर सारा फिर धुआँ आई।

मिरे बच्चों में सारी आदतें मौजूद हैं मेरी,
तो फिर इन बद-नसीबों को न क्यूँ उर्दू ज़बाँ आई।

क़फ़स में मौसमों का कोई अंदाज़ा नहीं होता,
ख़ुदा जाने बहार आई चमन में या ख़िज़ाँ आई।

घरौंदे तो घरौंदे हैं चटानें टूट जाती हैं,
उड़ाने के लिए आँधी अगर नाम-ओ-निशाँ आई।

कभी ऐ ख़ुश-नसीबी मेरे घर का रुख़ भी कर लेती,
इधर पहुँची उधर पहुँची यहाँ आई वहाँ आई।

मुनव्वर राना

मुझ को यक़ीं है सच कहती थीं जो भी अम्मी कहती थीं,
जब मेरे बचपन के दिन थे चाँद में परियाँ रहती थीं।

एक ये दिन जब अपनों ने भी हम से नाता तोड़ लिया,
एक वो दिन जब पेड़ की शाख़ें बोझ हमारा सहती थीं।

एक ये दिन जब सारी सड़कें रूठी रूठी लगती हैं,
एक वो दिन जब आओ खेलें सारी गलियाँ कहती थीं।

एक ये दिन जब जागी रातें दीवारों को तकती हैं,
एक वो दिन जब शामों की भी पलकें बोझल रहती थीं।

एक ये दिन जब ज़ेहन में सारी अय्यारी की बातें हैं,
एक वो दिन जब दिल में भोली-भाली बातें रहती थीं।

एक ये दिन जब लाखों ग़म और काल पड़ा है आँसू का,
एक वो दिन जब एक ज़रा सी बात पे नदियाँ बहती थीं।

एक ये घर जिस घर में मेरा साज़-ओ-सामाँ रहता है,
एक वो घर जिस घर में मेरी बूढ़ी नानी रहती थीं।

जावेद अख़्तर

माँ पर गाने-

मूवी – तारे जमीन पर
लेखक – प्रसून जोशी

मैं कभी, बतलाता नहीं
पर अंधेरे से डरता हूँ मैं माँ
यूँ तो मैं, दिखलाता नहीं
तेरी परवाह करता हूँ मैं माँ
तुझे सब है पता, है न माँ
तुझे सब है पता.. मेरी माँ
भीड़ में, यूँ ना छोड़ो मुझे
घर लौट के भी आ ना पाऊँ माँ
भेज ना इतना दूर मुझको तू
याद भी तुझको आ ना पाऊँ माँ
क्या इतना बुरा हूँ मैं माँ
क्या इतना बुरा.. मेरी माँ
जब भी कभी पापा मुझे
जो ज़ोर से झूला झुलाते हैं माँ
मेरी नज़र ढूँढे तुझे
सोचूं यही तू आ के थामेगी माँ
उनसे मैं, ये कहता नहीं
पर मैं सहम जाता हूँ माँ
चेहरे पे, आने देता नहीं
दिल ही दिल में घबराता हूँ माँ
तुझे सब है पता है न माँ
तुझे सब है पता.. मेरी माँ
ओ..मैं कभी, बतलाता नहीं
पर अंधेरे से डरता हूँ मैं माँ
यूँ तो मैं, दिखलाता नहीं
तेरी परवाह करता हूँ मैं माँ
तुझे सब है पता, है न माँ
तुझे सब है पता.. मेरी माँ

मूवी- राजा और रंक
लेखक – आनद बक्शी

तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है,
प्यारी प्यारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
के यह जो दुनिया है, वन है कांटो का,
तू फुलवारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
दुखन लागी हैं माँ तेरी अँखियाँ,
मेरे लिए जागी है तू सारी सारी रतिया,
मेरी निन्दिया पे अपनी निन्दिया भी तूने वारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है,
प्यारी प्यारी है…
अपना नहीं तुझे सुख दुःख कोई,
मैं मुस्काया तू मुस्काई मैं रोया तू रोई,
मेरे हसने पे मेरे रोने पे तू बलिहारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है,
प्यारी प्यारी है…
माँ बच्चो की जान होती है,
वो होते हैं किस्मत वाले, जिनकी माँ होती है,
कितनी सुन्दर है, कितनी शीतल है,
न्यारी नयारी है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है,
प्यारी प्यारी है…

मदर्स डे गिफ्ट आइडियाज-

जैसा कि आप जान गये हैं मदर्स डे माँ के सम्मान के लिए मनाया जाता है और आप सम्मान किसी भी तरीके से जाहिर कर सकते हैं ताकि माँ को एहसास हो जाए कि वो स्पेशल है और आप उनकी महत्ता को अपने जीवन में वो मान देते हैं जिसकी वो हक़दार है आप समझते हैं कि माँ प्रेम की मूर्ति है और ये एहसास इतना खुबसूरत है कि आपका गिफ्ट और जरिया बहुत ज्यादा महत्त्व नहीं रखता लेकिन फिर भी रिसर्च के अनुसार हम सबसे ज्यादा गिफ्ट के रूप में दिए जाने वाले गिफ्ट आइडियाज़ ले कर आये हैं –

  • पत्र लिखे – किसी भी गिफ्ट से ज्यादा कीमती आपके हाथ से लिखी गई दो लाइन हो सकती हैं।
  • कार्ड – आप कार्ड खरीदकर लिख कर भी डे सकते हैं।
  • पसंद का खाना – रोज़ वो आपके लिए आपके पसंद का खाना बनती हैं आप इस दिन उन्हें उनकी पसंद की कोई डिश खुद बनाकर या बाहर खिला कर ला सकते हैं।
  • पसंदीदा आभूषण – आभूषण किसी भी महिला को एक गिफ्ट के रूप में अपार ख़ुशी प्रदान करता है।
  • पसंदीदा साड़ी – आप ऐसे फैब्रिक और कलर की साड़ी दे सकते हैं जो वो पसंद से पहनती हो।
  • किचन एप्लायंस – वो ज्यादातर वक़्त घर के किचन में बिताती हैं आप उन्हें कोई भी जरूरत या एडवांस टेक्नोलॉजी का सामान गिफ्ट कर सकते हैं।
  • पसंदीदा मोबाइल / सारेगामा कारवां – अगर वो संगीत या गैजेट्स का शौक रखती हैं तो ये बहुत ही बेहतरीन गिफ्ट है।
  • जरुरत की कोई भी चीज़ – उपरोक्त सभी के अलावा आप उन्हें कोई भी उनके जरुरत की चीज़ दे सकते हैं।
  • वक़्त दे – माँ अपने औलाद को सबसे बेहतर जानती है तो आप भी उन्हें और बेहतर जानने के लिए वक़्त दें।उनके साथ पूरा दिन बिताए, कहीं बाहर घुमने जाए और उन्हें स्पेशल दिन पर स्पेशल महसूस कराए।

मदर्स डे कब मनाया जाता है?

मदर्स डे प्रतिवर्ष मई के दुसरे रविवार को मनाया जाता है ।

2022 में कब है मदर्स डे?

मदर्स डे 8 मई 2022 रविवार को मनाया जा रहा है।

मदर्स डे का महत्त्व क्या है ?

मात् दिवस, संसार भर में अलग अलग तरीको से अलग अलग दिन में मनाया जाता है लेकिन सबके लिए इसके मायने एक ही है वो है “माँ का सम्मान”।

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Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari