करवाचौथ प्यार कविता | Hindi Poem Karwachauth

करवाचौथ कविता Hindi Poem Karwachauth

कुछ ऐसे मैं तुमसे
अपना प्यार जताऊँ

मैं खुश रखूँ तुम्हें सदा
तुम्हारी भी उम्र बढ़ाऊँ

तुम करो सोलह श्रृंगार
मैं टकटकी लगाऊँ
तुम्हें देखूँ हैरान नज़रों से
तुम्हें नज़र लगाऊँ
तुम्हारी मेंहदी भरी हथेलियां
अपनी साँसों से लगाऊँ
चाँद के जल्दी निकलने की
आस आज़ मैं भी लगाऊँ
तुम्हें भूखे प्यासे बैठा देख
मैं भी अनमना हो जाऊँ

तुम्हें पहला घूँट
अपने हाथों से पिलाऊँ
आशीष दूं तुम्हें खुश रहने का
खुश रखने का बीड़ा मैं उठाऊँ
तुम कितनी हो ख़ास
तुम्हें बैठ कर बतलाऊँ
मैं प्रेम की भीनी बारीश में
पल पल तुम्हें नहलाऊँ
मैं भी आरती उतारूँ
मन की देवी तुम्हें बनाऊँ
उम्र के आख़िरी दौर में
कहीं मैं अकेला ना रह जाऊँ

साथ मैं भी चाहता हूँ
आख़िरी सांस तक तुम्हारा
तुम्हारे संग संग रोऊँ
तुम्हारे साथ खिलखिलाऊँ
कुछ ऐसे मैं तुमसे
अपना प्यार जताऊँ
खुश रखूँ मैं तुम्हें सदा
तुम्हारी भी उम्र बढ़ाऊँ !!
-मोनिका वर्मा ‘मृणाल’

Follow the Monika Verma / मृणाल channel on WhatsApp

Follow on Facebook | Instagram 

Leave a comment

Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari