मारे गए गुलफाम उर्फ तीसरी कसम : फणीश्वरनाथ रेणु

मारे गए गुलफाम

हिरामन गाड़ीवान की पीठ में गुदगुदी लगती है…पिछले बीस साल से गाड़ी हाँकता है हिरामन। बैलगाड़ी। सीमा के उस पार, मोरंग राज नेपाल से धान और लकड़ी ढो चुका है। कंट्रोल के जमाने में चोरबाजारी का माल इस पार से उस पार पहुँचाया है। लेकिन कभी तो ऐसी गुदगुदी नहीं लगी पीठ में! कंट्रोल का … Read more

Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari