चंद्रमा पर कविता | Poetry On Moon In Hindi

चंद्रमा की अनंत प्रेमपूर्ण शीतलता देखप्राय: इसकी चांदनी में बैठ नहाते हुएमुझे ये सम्पूर्ण प्रकृति के श्रृंगार मेंचरम पर प्रतीत होता हैएक रोज़ इसे फुरसत में देखमैंने पूछ ही लियाअपनी शीतलता और प्रकृति में सुंदरतमआभा मंडल की वजह कहोचन्द्रमा ने संकेत दियानख से शिख तक प्रेम की डोर को एक नज़र देखोऔर मैने जाना किभूमि … Read more

Hindi Poem | हिंदी कविता चाँद पर

हिंदी कविता चाँद पर

चाँद कल रातमैंने अपने कमरे की खिड़की सेबादल की इक टुकड़ी कोचन्द्रमा का अंगरक्षक बने देखाऐसा दृश्य पहले भी कई बार देखा है मैंनेपरंतु कल जिज्ञासा वशउधर से गुज़र रहीएक प्रेतात्मा को रोक कर पूछासुनो ! ये चंद्रमा आज़कल पहरेदारोंको साथ लेकर क्यूं निकलता है भ्रमण परउसने कहा क्यूं तुम्हें नहीं पताचंद्रमा की ज़मीन कासौदा … Read more

Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari