ध्यान क्या है ? | Meditation In Hindi

ध्यान क्या है ? | Meditation In Hindi

ध्यान का अर्थ है – विचारों का ठहर जाना / शून्य हो जाना ध्यान एक आध्यात्मिक अभ्यास है जिसमें मानसिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने का काम किया जाता है ताकि आप अपने मन को शांत और साकारात्मक रूप से एक केंद्रित ध्यान में ले सकें। यह ध्यान का मुख्य उद्देश्य होता है कि व्यक्ति अपने … Read more

18 अष्टादश महा शक्तिपीठ |18 Ashtadasa Shakti Peethas In Hindi

18 अष्टादश महा शक्तिपीठ |18 Ashtadasa Shakti Peethas In Hindi

हिन्दू धर्म में पुराणों के अनुसार, भगवान शिव की पत्नी सती देवी के शरीर के अंग के टुकड़े और धारण किये गए आभूषण जिस-जिस स्थान पर गिरे, वहां वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आया। हिन्दू धर्म में, हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, शक्ति का अर्थ है – देवी और शिव का आधा रूप, जिसे शिव-शक्ति भी … Read more

सुदर्शन क्रिया – शक्तिशाली श्वांस तकनीक | Sudarshan Kriya In Hindi

सुदर्शन क्रिया - शक्तिशाली श्वांस तकनीक | Sudarshan Kriya In Hindi

मैंने लगभग सन 2010 के आस-पास सुदर्शन क्रिया का पहला शिविर किया था, तभी से मैं आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था के संपर्क में आयी और आज तक जुडी हूँ, मैंने इसके अन्य शिविर जैसे एडवांस मैडिटेशन प्रोग्राम जिसे साइलेंस प्रोग्राम भी कहा जाता है, सहज़ समाधी आदि जैसे शिविर भी अटेंड किये, ये सभी अपने … Read more

विपश्यना ध्यान-10 दिन की तपस्या सम्पूर्ण जानकारी | Vipassana Meditation In Hindi

विपश्यना ध्यान-10 दिन की तपस्या सम्पूर्ण जानकारी Vipassana Meditation In Hindi

विपश्यना, आत्मनिरीक्षण करते हुए आत्मशुद्धि की एक बहुत उच्चतम साधना-विधि है, जिसका जिक्र सबसे पहले ऋग्वेद में किया गया है, ऋग्वेद सनातन धर्म का पुरातन ग्रंथ है।

नीम करोली बाबा | विनय-चालीसा | हनुमान-चालीसा

नीम करोली बाबा विनय चालीसा हनुमान चालीसा

वैसे तो नीम करोली बाबा को हनुमान जी का अवतार माना जाता है और उनके सभी मंदिरों में, आश्रमों में हनुमान चालीसा का ही पाठ किया जाता है, परंतु बाबा नीव करोरी को समर्पित उनके भक्त श्री प्रभु दयाल शर्मा जी द्वारा रचित एक स्तुति है जिसको विनय चालीसा के रूप में जाना जाता है।

नीम करोली बाबा, कैंची धाम | Neem Karoli Baba, Kainchi Dham

नीम करोली बाबा, कैंची धाम Neem Karoli Baba, Kainchi Dham

नीम करोली बाबा को नीम करोरी बाबा के नाम से भी जाना जाता है, और उनके भक्तों द्वारा उन्हें “महाराज-जी” और “बाबा जी” कहा जाता है। बाबा जी की शिक्षाएँ सरल और सार्वभौमिक थीं। वह अक्सर कहते थे, “सब एक” – सब एक है। उन्होंने हमें सिखाया कि “सब से प्रेम करो, सबकी सेवा करो, परमेश्वर को याद करो और सच बोलो”।

Sunderkand Path In Hindi | सम्पूर्ण सुंदरकांड अर्थ सहित हिंदी में

Sunderkand Path In Hindi सम्पूर्ण सुंदरकांड अर्थ सहित हिंदी में

श्री सुंदरकांड श्लोक : शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्‌। रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्‌॥1॥ भावार्थ:-शान्त, सनातन, अप्रमेय (प्रमाणों से परे), निष्पाप, मोक्षरूप परमशान्ति देने वाले, ब्रह्मा, शम्भु और शेषजी से निरंतर सेवित, वेदान्त के द्वारा जानने योग्य, सर्वव्यापक, देवताओं में सबसे बड़े, माया से मनुष्य रूप में दिखने वाले, समस्त … Read more

Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari