मारे गए गुलफाम उर्फ तीसरी कसम : फणीश्वरनाथ रेणु

मारे गए गुलफाम

हिरामन गाड़ीवान की पीठ में गुदगुदी लगती है…पिछले बीस साल से गाड़ी हाँकता है हिरामन। बैलगाड़ी। सीमा के उस पार, मोरंग राज नेपाल से धान और लकड़ी ढो चुका है। कंट्रोल के जमाने में चोरबाजारी का माल इस पार से उस पार पहुँचाया है। लेकिन कभी तो ऐसी गुदगुदी नहीं लगी पीठ में! कंट्रोल का … Read more

अपना ख़ून – इस्मत चुग़ताई की कहानी

अपना ख़ून - इस्मत चुग़ताई

समझ में नहीं आता, इस कहानी को कहाँ से शुरू करूँ? वहां से जब छम्मी भूले से अपनी कुँवारी माँ के पेट में पली आई थी और चार चोट की मार खाने के बाद भी ढिटाई से अपने आसन पर जमी रही थी और उसकी मइया ने उसे इस दुनिया में लाने के बाद उपलों … Read more

सास – इस्मत चुग़ताई की कहानी

सास – इस्मत चुग़ताई की कहानी

सूरज कुछ ऐसे ज़ावीये पर पहुंच गया कि मा’लूम होता था कि छः सात सूरज हैं जो ताक-ताक कर बुढ़िया के घर में ही गर्मी और रोशनी पहुंचाने पर तुले हुए हैं। तीन दफ़ा खटोली धूप के रुख से घसीटी ,और ए लो वो फिर पैरों पर धूप और जो ज़रा ऊँघने की कोशिश की … Read more

लिहाफ़ – इस्मत चुग़ताई

लिहाफ़ - इस्मत चुग़ताई

लिहाफ़, इस्मत चुग़ताई की सबसे ज्यादा चर्चित और विवादों से घिरी कहानी थी, इसके लिए लाहोर के कोर्ट में उन पर मुकादमा भी चला।कहा जाता है कि ये समलेंगिक प्यार (लेस्बियन लव) की सबसे पहली कहानी है। इस्मत चुग़ताई का जन्म 21 अगस्त 1915 को बदायूँ, उत्तर प्रदेश, (भारत) में हुआ था और उनका निधन … Read more

Parveen Shakir Shayari Nasir Kazmi Shayari