इन दिनों वरुण अपनी अपकमिंग मूवी "भेड़िया" के प्रमोशन में जुटे हुए हैं।

हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान वरुण ने कहा कि वह "वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन" नामक बीमारी से पीड़ित थे।

इस बीमारी में एक व्यक्ति अपनी बॉडी का बैलेंस खो देता है।

"वेस्टीबुलर हायपोफंक्शन" कान के अंदर का बैलेंस सिस्टम होता है, जिसके बिगड़ने से इंसान अपने आप पर संतुलन खो देता है।

वरुण ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ। इसी के साथ वरुण एक दिवंगत दोस्त और ड्राइवर मनोज साहू को( कोविड-19 में मौत) याद कर फूट-फूट कर रोने लगे।

मुझे लगता है, हम इस दुनिया में अगर आए है तो किसी ख़ास मकसद से आए हैं। मैं अपना वही मकसद तलाश कर रहा हूं। उम्मीद करता हूं कि बाकी लोगों को भी उनका मकसद मिले।

वरुण धवन ने कोरोना महामारी के बारे में बात करते हुए कहा, जिस क्षण हमने दरवाजे खोले, क्या आपको नहीं लगता कि हम उसी चूहे की दौड़ में वापस चले गए हैं?

यहां बैठे कितने लोग ये बात कह सकते हैं कि वह बदले हैं।मैं देखता हूं कि लोग पहले से ज्यादा मेहनत करके काम करने लगे हैं।

मैं लोगों को देखकर और भी ज्यादा मेहनत कर रहा था। मैंने अपनी फिल्म 'जुग-जुग जियो' के साथ इतनी मेहनत करनी शुरू कर दी थी कि मुझे ऐसा  लगा कि मैं चुनाव के लिए दौड़ रहा हूं।